मुक्त विश्वविद्यालय से आप क्या समझते हैं ? मुक्त विश्वविद्यालय के उद्देश्य एवं विशेषताएं लिखिए ।
मुक्त विश्वविद्यालय (ओपन यूनिवर्सिटी ) - मुक्त विश्वविद्यालय एक ऐसा प्रयास है जो अनौपचारिक विधियों द्वारा बहुत बड़ी संख्या में ऐसे छात्रों को शिक्षित करने का माध्यम है है, जो अनौपचारिक शिक्षा की छत्र-छाया में नहीं आ सके। इनमें किसी आयु या शैक्षिक योग्यता के निम्नतम स्तर का बंधन नहीं रहता है। उपस्थिति की अनिवार्यता, विश्वविद्यालय परिसर में आकर बैठने और पढ़ने का बंधन भी नहीं होता है।
क्योंकि ये विश्वविद्यालय इन सभी बंधनों से मुक्त होते हैं, इसलिये इन्हें मुक्त विश्वविद्यालय या खुला विश्वविद्यालय के नाम में जाना जाता है। वास्तव में मुक्त (खुला) विश्वविद्यालय एक ऐसा प्रयोग या एक ऐसी विचारधारा है, जो नई आवश्यकताओं तथा नवीन प्रयोगों पर आधारित है।
यह सर्वाधिक महत्वपूर्ण शैक्षिक प्रगति का वह केन्द्र है, जिसमें सभी के लिये उच्च शिक्षा हेतु द्वार खुले हैं, जिसमें कोई बंधन नहीं, कोई सीमा नहीं तथा कोई संकोच नहीं है। यह वैज्ञानिक विधियों का प्रयोग करता है, शैक्षिक तकनीक की नवीन खोजों का उपयोग करता है तथा प्रकृति में लचीलापन रखता है। यह सभी के लिये समान अवसर प्रदान करता है, सभी की आवश्यकता का ध्यान रखता है और सबके साथ अन्त तक समन्वित तथा सामंजसित होने का प्रयास करता है। ये खुली पुस्तक हैं, जो चाहे जितना चाहे, जब तक चाहे, इसमें अध्ययन कर सकते हैं। यही मुक्त/खुले विश्वविद्यालय हैं, जिन्होंने दूरवर्ती शिक्षा के क्षेत्र में उच्च शिक्षा के लिये एक नवीन गत्यात्मक आयाम प्रदान किया है।
खुले विश्वविद्यालय के उद्देश्य - खुले विश्वविद्यालयों के प्रमुख और महत्वपूर्ण उद्देश्य निम्नलिखित हैं-
(1) जनसंख्या के एक बड़े भाग को उच्च व्यावसायिक शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा उपलब्ध कराना।
( 2 ) अभावग्रस्त व्यक्तियों को, (विशेषतः दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वालों को), शिक्षकों व महिलाओं को आवश्यकतानुसार शिक्षा प्रदान करना।
(3) विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों को व्यक्तियों तथा संस्थाओं के द्वारा देश के विकास से जोड़ना ।
(4) दूरवर्ती शिक्षा के माध्यम से तथा आधुनिक संचार व्यवस्था का शिक्षा में प्रयोग करते हुये छात्रों को उच्च शिक्षा के लिये अवसर देना ।
(5) प्रौढ़ शिक्षा तथा शिक्षा के विकास को जारी रखना ।
(6) शिक्षा के द्वारा रोजगार की आवश्यकता के अनुरूप, राष्ट्र निर्माण कार्यों के लिये छात्रों को प्रोत्साहित कर लोगों के ज्ञान एवं दक्षता में वृद्धि करना ।
(7) मानवीय व्यक्तित्व का समन्वित विकास करना।
(8) विश्वविद्यालय स्तर पर गुणात्मक शिक्षा प्रदान करना।
भारत में 14 खुले विश्वविद्यालय तथा 75 नियमित विश्वविद्यालय और कई अन्य संस्थायें दूरस्थ अध्ययन कार्यक्रम चलाते हैं। दूरस्थ शिक्षा पद्धति कई श्रेणियों के छात्रों, विशेष रूप से-
(1) देरी से पढ़ाई शुरू करने वालों ।
(2) जिन व्यक्तियों के घर के पास उच्चतम शिक्षा साधन नहीं है।
(3) सेवारत् व्यक्तिों।
(4) अपनी शैक्षिक योग्यतायें बढ़ाने के इच्छुक व्यक्तियों को लाभ प्रदान कर रही है।
मुक्त विश्वविद्यालय की विशेषताएं -
1. मुक्त विश्वविद्यालय एक लोचदार प्रणाली है जिसमें समय व स्थान का बंधन नहीं है तथा विश्वविद्यालय के किसी भी पाठ्यक्रम को चुनने की स्वतंत्रता छात्रों को है।
2. इस विश्वविद्यालय में प्रवेश के नियम सरल हैं तथा किसी कोर्स में प्रवेश हेतु अन्य विश्वविद्यालय के समान निर्धारित योग्यता का बंधन नहीं है।
3. मुक्त विश्वविद्यालयों में अध्ययन के स्तर तथा गुणवत्ता का पर्याप्त ध्यान रखा जाता है। प्रात: विशेषज्ञों द्वारा तैयार अध्ययन सामग्री छात्रों को उपलब्ध कराई जाती है।
4. मुक्त विश्वविद्यालय के अध्ययन केन्द्र मुख्य-मुख्य शहरों में होते हैं जहाँ से छात्र संपर्क कर सकता है।
5. मुक्त विश्वविद्यालय में दूरस्थ शिक्षा पत्राचार, टेलीविजन कार्यक्रम, सी.डी., वीडियो आदि से छात्रों को उपलब्ध कराई जाती है
6. इसमें छात्र स्वाध्याय द्वारा पाठ्यक्रम पूर्ण करते हैं तथा नियमित रूप से कक्षाओं में उपस्थित होकर उनके लिए अनिवार्य नहीं है।
7. नौकरी, व्यवसाय आदि करने वाले छात्रों तथा गृहणियों, महिलाओं हेतु पार्टटाइम अध्ययन से मुक्त विश्वविद्यालय में उपाधि आदि का अध्ययन किया जा सकता है।
8. वर्ष में दो बार प्राय: संपर्क कक्षाओं का मुक्त विश्वविद्यालयों में आयोजन किया जाता है जिसमें प्राय: प्रायोगिक कार्य छात्र करते हैं।
9. मुक्त विश्वविद्यालय में छात्र स्वयं की सुविधानुसार अध्ययन पूर्ण कर परीक्षा में बैठ सकता है।
10. मुक्त विश्वविद्यालय अनौपचारिक शिक्षा का महत्त्वपूर्ण केन्द्र है। शिक्षा को सार्वजनिक रूप देने का माध्यम है।