भौतिकी का विज्ञान की अन्य शाखाओं के साथ संबंध(The relationship of physics with other branches of science)
प्रिय विद्यार्थियों आज की इस महत्वपूर्ण पोस्ट में हम जानेंगे भौतिकी का विज्ञान की अन्य शाखाओं के साथ क्या संबंध है ? इस आर्टिकल में हम जानेंगे भौतिकी का गणित के साथ भौतिकी , भौतिकी का रसायन विज्ञान के साथ संबंध, भौतिकी का जीव विज्ञान के साथ संबंध, भौतिकी का खगोल विज्ञान के साथ संबंध , भौतिकी और प्रौद्योगिकी का संबंध और भौतिकी का समाज के साथ क्या संबंध है । इन सभी टॉपिक के बारे में जानकारी आपको इस पोस्ट में मिल जाएगी इसलिए इस पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढ़ें । और यदि आपको यह पोस्ट पसंद आती है तो अपने सभी दोस्तों के साथ शेयर भी करें ।
प्रकृति की समस्त वस्तुएं चाहे सजीव है या निर्जीव, द्रव्य और ऊर्जा से मिलकर बनी हुई है । विज्ञान की विभिन्न शाखाओं के अंतर्गत समस्त वस्तुओं का अध्ययन किया जाता है । चूँकि भौतिकी में द्रव्य और ऊर्जा का अध्ययन किया जाता है अतः विज्ञान की समस्त शाखाओं , प्रौद्योगिकी एवं समाज हित में संयुक्त संसाधनों हेतु भौतिकी के मूलभूत नियमों का ज्ञान होना आवश्यक है । यही कारण है कि समस्त वैज्ञानिक भौतिकी को मूलभूत विज्ञान (basis of all sciences) मानते हैं ।
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भौतिकी का विज्ञान की अन्य शाखाओं से संबंध निम्नलिखित है -
भौतिकी का गणित के साथ संबंध
भौतिकी के नियमों एवं सिद्धांतों को समझाने के लिए गणित का ज्ञान होना आवश्यक है । सैद्धांतिक भौतिकी के विकास में गणित एक शक्तिशाली साधन(Tool) साबित हुआ है । गणित के बिना भौतिकी का प्रसार हो पाना कठिन है । रेडियो , टेलीविजन , कंप्यूटर, उपग्रह आदि गणित और भौतिकी की संयुक्त देने हैं । अधिक गणित जानने वाला दिए गए समय में भौतिकी के अधिक से अधिक सिद्धांतों को समझ सकता है । अर्थात यह कहा जा सकता है कि भौतिकी की भाषा गणित है ।
भौतिकी का रसायन विज्ञान के साथ संबंध
रसायन विज्ञान में भौतिकी के नियमों एवं तकनीकों का उपयोग बहुतायत रूप से किया जाता है -
उदाहरण -
1.परमाणु संरचना की खोज भौतिक वैज्ञानिकों ने ही की थी,जिसके आधार पर आवर्त सारणी में तत्वों की व्यवस्था,संयोजकता, रासायनिक बंध आदि को सही ढंग से समझा जा सकता है ।
2. X - किरणों का न्यूट्रॉन से विवर्तन तथा चुंबकीय अनुनाद भौतिकी की देन है,जैसे जटिल रासायनिक संरचनाओं जैसे - न्यूक्लिक अम्ल की संरचना आदि को आसानी से समझा जा सकता है ।
इसके अतिरिक्त भौतिकी ने भी रसायन विज्ञान की तकनीकों का लाभ उठाया है । उदाहरणार्थ,मैडम क्यूरी ने रासायनिक तकनीकों का प्रयोग करके रेडियम की खोज की । इससे रेडियो एक्टिवता का अध्ययन किया गया । अर्थात भौतिकी और रसायन का अटूट संबंध है ।
भौतिकी का जीव विज्ञान के साथ संबंध
जीव विज्ञान में भी भौतिकी के नियमों एवं तकनीकों का उपयोग किया जाता है -
उदाहरण -
1.जीव विज्ञान में प्रयुक्त होने वाले सूक्ष्मदर्शी भौतिकी की देन है । इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी से कोशिका की संरचना को आसानी से समझा जा सकता है ।
2.न्यूक्लिक अम्ल की संरचना ज्ञात करके वैज्ञानिक जैव - प्रक्रियाओं (Vital processes) को नियंत्रित कर पाने में समर्थ हो रहे हैं ।
3. X- किरणों की सहायता से शरीर के किसी स्थान पर टूटी हुई हड्डी या शरीर के किसी स्थान पर गोली, सुई आदि का पता लगाया जा सकता है । विभिन्न रोगों के उपचार में एक्स किरणों का उपयोग किया जाता है ।
जीव विज्ञान में एक नए विषय जीव भौतिकी (Biophysics) का विकास हुआ है,जिसके अंतर्गत भौतिकी के नियमों का उपयोग करके रक्तचाप ,स्वसन ,नेत्रों द्वारा प्रतिबिंब बनने का अध्ययन किया जाता है ।
भौतिकी का खगोल विज्ञान के साथ संबंध
खगोल विज्ञान के अंतर्गत भी भौतिकी के नियमों एवं तकनीकों का उपयोग किया जाता है -
उदाहरण -
1.भौतिकी के नियमों द्वारा खगोलीय पिंडों की गति का अध्ययन किया जाता है ।
2.भौतिकी यंत्रों जैसे प्रकाशीय दूरदर्शी एवं रेडियो दूरदर्शी की सहायता से खगोलीय पिंडों का अध्ययन किया जाता है ।
अंतरिक्ष भौतिकी और खगोलीय भौतिकी के अंतर्गत खगोल विज्ञान का ही अध्ययन किया जाता है ।
भौतिकी का प्रौद्योगिकी के साथ संबंध
विज्ञान के नियमों एवं सिद्धांतों की सहायता से असंसाधनों (Non-resources) को संसाधनों(Resources) में बदलने की प्रक्रिया को प्रौद्योगिकी कहते हैं ।
आधुनिक प्रौद्योगिकी को अनुप्रयुक्त भौतिकी (applied Physics) कहा जाता है,क्योंकि इसमें भौतिकी के नियमों एवं सिद्धांतों का उपयोग करके अनेक प्रकार के यंत्र, उपकरण एवं युक्तियों का निर्माण किया जाता है ।
उदाहरण -
1.सार्वत्रिक गुरुत्वाकर्षण के नियम के उपयोग से ही विभिन्न प्रकार के अंतरिक्ष यान और उपग्रहों का प्रक्षेपण संभव हुआ है ।
2.ऊष्मागतिकी के सिद्धांतों के अध्ययन से ऊष्मा इंजन का विकास हुआ ।
3.आकाश और विद्युत चुंबकीय तरंगों के संचरण के सिद्धांत के अध्ययन से रेडियो,टेलीविजन,रडार आदि का विकास हुआ ।
4.आधुनिक भौतिकी की देन एक्स किरणों की सहायता से शरीर के किसी भाग की टूटी हड्डी का पता लगाया जाता है,स्मगलिंग की रोकथाम के लिए भी एक स्कूलों का उपयोग किया जाता है ।
5.गुरुत्वीय ऊर्जा का विद्युत ऊर्जा में परिवर्तन (जल विद्युत संयंत्र में ) अथवा जलते हुए कोयले की रासायनिक ऊर्जा का विद्युत ऊर्जा में परिवर्तन (ताप विद्युत संयंत्र में ) का परिणाम है ।
6.नाभिकीय पावर स्टेशन और नाभिकीय ऊर्जा उत्पादक,द्रव्य संबंधी रदरफोर्ड की अवधारणा के कारण अस्तित्व में आए ।
इसी प्रकार भौतिकी पर आधारित प्रौद्योगिकी के निकाय के और भी कई उदाहरण दिए जा सकते हैं